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India's history

If India's history is said to be one of the great chapters of the history of the world, it can not be called exaggerated. Describing this, India's first Prime Minister Jawaharlal Nehru said, "Born with contradictions but tied with invisible strings strong". The characteristic of Indian history is that he is engaged in the continuous process of finding himself and constantly growing, so those who try to understand it at a time find this elusive. The history of this wonderful subcontinent is almost 75,000 years old and its proof comes from homo sapiens' human activity. It is surprising that 5,000 years ago the settlers of the Indus Valley Civilization developed an urban culture based on agriculture and trade. According to the era, the history of India is as follows                   Pre historic period                                                       Stone Age The Stone Age began from 500,000 to 200,000 years ago and recently the recent findings in Ta

भारत का इतिहास

                                              भारत का इतिहास    पाषाण युग-  70000 से 3300 ई.पू मेहरगढ़ संस्कृति 7000-3300 ई.पू सिन्धु घाटी सभ्यता- 3300-1700 ई.पू हड़प्पा संस्कृति 1700-1300 ई.पू वैदिक काल- 1500–500 ई.पू प्राचीन भारत - 1200 ई.पू–240 ई. महाजनपद 700–300 ई.पू मगध साम्राज्य 545–320 ई.पू सातवाहन साम्राज्य 230 ई.पू-199 ई. मौर्य साम्राज्य 321–184 ई.पू शुंग साम्राज्य 184–123 ई.पू शक साम्राज्य 123 ई.पू–200 ई. कुषाण साम्राज्य 60–240 ई. पूर्व मध्यकालीन भारत- 240 ई.पू– 800 ई. चोल साम्राज्य 250 ई.पू- 1070 ई. गुप्त साम्राज्य 280–550 ई. पाल साम्राज्य 750–1174 ई. प्रतिहार साम्राज्य 830–963 ई. राजपूत काल 900–1162 ई. मध्यकालीन भारत- 500 ई.– 1761 ई. दिल्ली सल्तनत ग़ुलाम वंश ख़िलजी वंश तुग़लक़ वंश सैय्यद वंश लोदी वंश मुग़ल साम्राज्य 1206–1526 ई. 1206-1290 ई. 1290-1320 ई. 1320-1414 ई. 1414-1451 ई. 1451-1526 ई. 1526–1857 ई. दक्कन सल्तनत बहमनी वंश निज़ामशाही वंश 1490–1596 ई. 1358-1518 ई. 1490-1565 ई. दक्षिणी साम्राज्य राष्ट्रकूट वंश होयसल साम्राज्य

आतंक और चीन से निपटने में भारत को बदलनी रणनीति होगी

13 मार्च की रात को, मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव के विरोध में चीन ने अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल करके संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक बार फिर इसे फिर से खोल दिया। जबकि परिषद के चार अन्य स्थायी सदस्यों - अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस ने प्रस्ताव का समर्थन किया था। गौरतलब है कि सुरक्षा परिषद में चौथी बार चीन ने इस प्रस्ताव पर वीटो का इस्तेमाल किया है। सुरक्षा परिषद की 1267 निषेध समिति, फ्रांस, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका के समक्ष अजहर मसूद को वैश्विक आतंकवादी देने के लिए 27 फरवरी को एक प्रस्ताव पेश किया। इसके बाद, समिति ने सदस्य देशों को आपत्तियां दर्ज करने के लिए 10 दिन का समय दिया। चीन ने इसे तकनीकी रोक बताया, जो छह महीने के लिए वैध है और इसे तीन महीने के लिए और बढ़ाया जा सकता है।            चीन का रवैया अप्रत्याशित नहीं है यह बिल्कुल अपेक्षित था, यह चीन का चौथा वीटो है, जिसमें 'तकनीकी रोक' लगाई गई है। इस कदम के माध्यम से, चीन ने भारत को यह बता दिया कि आतंकवाद भारत की अपनी राष्ट्रीय समस्या है और इसे हल करने की जिम्मेदारी भी उसी की है।

प्राम्भिक परीक्षाओं को ध्यान में रखकर Ishrat jawed farooqui sir का यह लेख समर्पित है आप लोग इस्का अध्ययन कर लाभ ले सकते हैं -

दोस्तों आगामी upsc and uppcs की प्राम्भिक परीक्षाओं को ध्यान में रखकर निम्नलिखित लेख समर्पित है आप लोग इस्का अध्ययन कर लाभ ले सकते हैं - सूत्र काल में आर्थिक परिवर्तन एवं नगरीकरण लोहे का बढ़ता प्रयोग,छल्लेदार कुएं एवं धान की रोपाई की तकनीक नें इस काल में कृषि अधिशेष की परिस्थिति को जन्म दिया, कृषि अधिशेष से उपलब्ध कच्चे माल की प्रचुरता,, श्रेणियों में श्रम विभाजन यानि श्रेणी व्यवस्था के उदय के कारण शिल्प अधिशेष की परिस्थिति निर्मित हुई,मुद्रा व्यवस्था के उदय (भारत की प्राचीनतम आहत मुद्रा का विकास इसी समय में हुआ जो की तांबा एवं चांदी के बने होते थे ) बाट माप के मानकीकरण तथा लेखन प्रणाली के आविष्कार ने विकसित वाणिज्य एवं व्यापार का आधार निर्मित किया, जिसके कारण गंगा घाटी में आधारभूत संरचनाओं के विकास या नगरीकरण को जन्म दिया। इतिहास में इस घटना को द्वितीय नगरीकरण के के नाम से जाना जाता है ,#महाजनपदो का उदय *. बढ़ते हुए कृषि अधिशेष,तथा वाणिज्य एवं व्यापार के कारण राज्य के आर्थिक संसाधनों में वृद्धि हुई। जिन राज्यों में यह अनुकूल परिस्थिति निर

Explanation of Questions number 1.

Explanation उत्तर: (b) व्याख्या: संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nation Environment Programme-UNEP) ने हाल ही में वैश्विक पर्यावरण आउटलुक रिपोर्ट (Global Environment Outlook- GEO) का छठा संस्करण जारी किया है। अतः कथन 1 सही नहीं है। यह रिपोर्ट पर्यावरण की वर्तमान स्थिति को रेखांकित करने के साथ-साथ भविष्य के संदर्भ में संभावित पर्यावरणीय रुझानों और नीतियों की प्रभावशीलता का भी विश्लेषण करती है। अतः कथन 2 सही है

करेंट अफेयर्स : टेस्ट

1.वैश्विक पर्यावरण आउटलुक रिपोर्ट के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में विचार कीजिये: इसे जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल द्वारा जारी किया गया है। यह रिपोर्ट पर्यावरण की वर्तमान स्थिति को रेखांकित करने के साथ-साथ भविष्य के संदर्भ में संभावित पर्यावरणीय रुझानों और नीतियों की प्रभावशीलता का भी विश्लेषण करती है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? A केवल 1 B केवल 2 C 1 और 2 दोनों D न तो 1 और न ही 2   E xplanatio   n CLICK HERE                               2.निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: अमचंग वन्यजीव अभयारण्य सिक्किम में स्थित है। कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान और बायोस्फीयर रिज़र्व है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? A केवल 1 B केवल 2 C 1 और 2 दोनों D न तो 1 और न ही 2 3.लघु वित्तीय बैंकों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: लघु वित्तीय बैंकों की स्थापना के लिये न्यूनतम पूंजी 100 करोड़ रुपए है। इनकी स्थापना विमल जलान समिति की सिफारिश पर की गई थी। उपर्युक्त कथनों में से कौन

संयुक्त संसदीय समिति [JPC]Joint Parliamentary Committee

                                 संयुक्त संसदीय समिति                                             Joint Parliamentary  Committee  1993 में संसद द्वारा सरकारी कामकाज की अधिक से अधिक जांच के लिए एक संरचित समिति प्रणाली शुरू की गई थी। संसद की अधिकांश समितियों में लोकसभा और राज्यसभा दोनों के सांसद शामिल होते हैं। एक संयुक्त संसदीय समिति (JPC) एक तदर्थ निकाय है।                                  जेपीसी के गठन का उद्देश्य संसदीय निगरानी अधिक प्रभावी और कुशलतापूर्वक हो इसके लिये संसद को एक ऐसी एजेंसी की ज़रूरत होती है जिस पर संपूर्ण सदन का विश्वास हो। अन्य बातों के साथ-साथ इस उद्देश्य की प्राप्ति संसद अपनी समितियों के माध्यम से करती है जिनमें उसके अपने कुछ सांसद होते हैं। इसके तहत संसद के समक्ष पेश किये गए किसी विशेष विधेयक या किसी सरकारी गतिविधियों में वित्तीय अनियमितताओं के मामले की जाँच करने के लिये JPC का गठन किया जाता है                                      जेपीसी का गठन कैसे होता है? ➤जेपीसी का गठन अनेक दलों के सदस्यों को मिलाकर किया जाता ह