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ऄंतरराष्ट्रीय संबंध (International Relations)

1 प्रथम भारत-मध्य एवशया वाताव (1st India-Central Asia Dialogue) सुर्थियों में क्ट्यों? हाल ही में भारत के ववदेश मंत्री की सह-ऄध्यक्षता में प्रथम भारत-मध्य एवशया वाताव का अयोजन ईय बेदकस्तान के समरकं द में दकया गया। सम्मेलन के प्रमुख डबदु  आस मंवत्रस्तरीय सम्मेलन में ऄिगावनस्तान, दकर्थगज़ गणतंत्र, तावजदकस्तान, तुकव मेवनस्तान तथा कज़ािस्तान के ववदेश मंवत्रयों ने भाग वलया था।  भारत ने भू-अबद्ध ऄिगावनस्तान में भारतीय वस्तुओं की अवाजाही हेतु भारत और इरान द्वारा संयुक्त रूप से संचावलत चाबहार बंदरगाह पररयोजना मेंभाग लेने हेतु मध्य एवशयाइ गणतंत्रों (CAR) https://youtu.be/tyLiquCoP8s को अमंवत्रत दकया है।  भारत द्वारा अर्थथक और नीवतगत मुद्दों पर बेहतर समन्वय हेतुएक क्षेत्रीय ववकास समूह के गठन का प्रस्ताव भी प्रस्तुत दकया गया।  भारत ने मध्य एवशया के भू-अबद्ध देशों के साथ एयर कॉररडोसव के वनमावण हेतु एक वाताव भी प्रस्ताववत की है। मुययतः पादकस्तान (जो स्थलीय व्यापार पर वनयंत्रण रखता है) द्वारा ईत्प्पन्न समस्याओं सेबचने हेतु भारत और वववभन्न ऄिगान शहरों के मध्य भारतीय वस्तुओं एवं शीघ्र नष्ट होने वाले पदाथों के पररवहन हेतु पहले से ही एयर कॉररडोसव का प्रयोग दकया जा रहा है। भारत और मध्य एवशया  भारत पांच मध्य एवशयाइ राष्ट्रों को मान्यता प्रदान करने वाले सववप्रथम देशों में से एक था। 1990 के दशक में आनके सोववयत संघ से पृथक होने के पश्चात् भारत द्वारा आन देशों के साथ राजनवयक संबंध स्थावपत दकए गए थे। भारत द्वारा वतवमान में मध्य एवशयाइ देशों को आसके ‘ववस्ताररत और रणनीवतक पड़ोस’ के भाग के रूप में मान्यता प्रदान की गयी है।  वतवमान में आन मध्य एवशयाइ गणतंत्रों का भारत के साथ व्यापार के वल 2 वबवलयन डॉलर का है। यह चीन के साथ 50 वबवलयन डॉलर व्यापार की तुलना में ऄत्प्यटप है। ज्ञातव्य है दक चीन ने आन देशों को ऄपने वसटक रोड आकोनॉवमक बेटिं (SREB) पहल के महत्प्वपूणव भाग का दजाव ददया है। मध्य एवशया का महत्त्व  रणनीवतक ऄववस्थवत: आन देशों की भौगोवलक ऄववस्थवत ने आन्हें एवशया के वववभन्न क्षेत्रों तथा यूरोप और एवशया के मध्य एक सेतु के रूप में स्थावपत कर ददया है। इरान के साथ चाबहार समझौते ने पादकस्तान की ईपेक्षा करते हुए भारत और मध्य एवशया के मध्य नए व्यापाररक मागों का सृजन दकया है। o भारत का एकमात्र ववदेशी सैन्य बेस तावजदकस्तान के िरखोर में वस्थत है, वजसका पररचालन भारतीय वायु सेना और तावजक वायु सेना द्वारा दकया जा रहा है। ये मध्य एवशयाइ गणतंत्र चीन, ऄिगावनस्तान, रूस और इरान के साथ ऄपनी सीमा साझा करते हैं। तावजदकस्तान, पाक ऄवधकृ त कश्मीर (PoK) के वनकिं वस्थत है।  उजाव सुरक्षा: मध्य एवशया के देश महत्प्वपूणव खवनज संसाधनों और हाआड्रोकाबवनों से सम्पन्न हैं तथा भौगोवलक रूप से भारत के वनकिं हैं। ईदाहरणाथवo कज़ािस्तान, यूरेवनयम का सबसे बड़ा ईत्प्पादक है तथा यहााँ ववशाल गैस और तेल भंडार भी मौजूद हैं। o दकर्थगस्तान के साथ-साथ ईय बेदकस्तान भी स्वणव का एक महत्प्वपूणव क्षेत्रीय ईत्प्पादक देश ह

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