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* डेट अफेयर्स एक पंक्ति में: 04 अप्रैल 2019

________________________________ * डेट अफेयर्स एक पंक्ति में: 04 अप्रैल 2019 * _______________________________ • वह राज्य में 32 साल बाद आंशिक रूप से अफस्पा को हटा दिया गया- अरुणाचल प्रदेश • ब्रिटिश विकास बैंक ने 2019-20 के लिए जिस देश की जीडीपी विकास दर के अनुमान को भुकर 7.2 प्रतिशत किया- भारत • भारतीय सेना द्वारा हाल ही में जितने दिनों में जम्मू-कश्मीर के लेह में सिन्धु नदी पर सबसे लम्बे सस्पेंशन पुल का निर्माण किया गया -40 • केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने मार्च 2019 में जितने मूल्य निर्धारण के लिए सहमति (एपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं, -18 • हाल ही में वह देश जिसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'जायद मेडल' से नवाजने का फैसला किया है- संयुक्त अरब अमीरात • वह देश जहां 5 जी नेटवर्क वर्ल्ड में सबसे पहले लॉन्च होगा - दक्षिण कोरिया • वह संस्थान जिसने हाल ही में e कैंची एंजाइम की खोज की है - केंद्र सेलुलर और मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के लिए है • रिलायंस जियो ने हाल ही में चैटबोट बनाने वाली जिस कंपनी का अधिग्रहण किया उसका नाम है

मूर्तिकला और वास्तुकला में क्या अंतर है

                                             मूर्तिकला और वास्तुकला में क्या अंतर है? मूर्तिकला और वास्तुकला  असल में, दोनों अलग-अलग शब्द हैं। मूर्तिकला प्रोटो इंडो यूरोपीय (पीआईई) शब्द 'केल' से लिया गया है जिसका अर्थ होता है 'कट या क्लीव'।  दूसरी ओर शब्द वास्तुकला लैटिन शब्द 'टेकटन' से लिया गया है जिसका अर्थ होता है निर्माता (बिल्डर) अंतर 👇👇👇 मूर्तिकला 1. यह  पुरातनता की सांस्कृतिक उपलब्धियों का एक प्रमुख संकेतक होता है। 2. यह कला का 3-आयामी कार्य है। 3. यह आमतौर पर एक प्रकार की सामग्री से बना होता है। 4. रचनात्मकता और कल्पना से प्रेरित हो कर और बिना किसी ख़ास माप पर इसका निर्माण किया जाता है। 5. इसकी संरचना का केवल बाहरी हिस्सा दिखाई देता है। 6. इसको नक्काशी, मॉडलिंग या कास्टिंग द्वारा निर्मित किया जाता है। 7. यह कठोर पदार्थ (जैसे पत्थर), मृदु पदार्थ (plastic material) एवं प्रकाश आदि से बनाया जाता है- जैसे नेपाली मल्ल वंश की 14वीं शती की बहुरंगी लकड़ी की मूर्ति (त्रि-आयामी)। 8. यह पत्थर या लकड़ी के एक टुकड़े से बनाया जाता है बन

World Heritage List

World Heritage                                1092  Properties                               37  Transboundary                               2  Delisted                               54  In Danger                               845  Cultural                              209  Natural                              38  Mixed                              167  States Parties Display by: Country Afghanistan Minaret and Archaeological Remains of Jam Cultural Landscape and Archaeological Remains of the Bamiyan Valley Albania Butrint Historic Centres of Berat and Gjirokastra Ancient and Primeval Beech Forests of the Carpathians and Other Regions of Europe * Algeria Al Qal'a of Beni Hammad Djémila M'Zab Valley Tassili n'Ajjer # Timgad Tipasa Kasbah of Algiers Andorra Madriu-Perafita-Claror Valley Angola Mbanza Kongo, Vestiges of the Capital of the former Kingdom of Kongo Antigua and Barbuda Antigua Naval Dockyard and Related Archaeological Sites Arg

राजस्थान का गौरवशाली इतिहास

राजस्थान स्थापना दिवस प्रत्येक वर्ष 30 मार्च को मनाया जाता है। 30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना था। यही राजस्थान की स्थापना का दिन माना जाता है। राजस्थान शब्द का अर्थ है- ‘राजाओं का स्थान’ क्योंकि यहां गुर्जर, राजपूत, मौर्य, जाट आदि ने पहले राज किया था। ब्रिटिश शासकों द्वारा भारत को आज़ाद करने की घोषणा करने के बाद जब सत्ता-हस्तांतरण की कार्यवाही शुरू की, तभी लग गया था कि आज़ाद भारत का राजस्थान प्रांत बनना और राजपूताना के तत्कालीन हिस्से का भारत में विलय एक दूभर कार्य साबित हो सकता है। आज़ादी की घोषणा के साथ ही राजपूताना के देशी रियासतों के मुखियाओं में स्वतंत्र राज्य में भी अपनी सत्ता बरकरार रखने की होड़ सी मच गयी थी, उस समय वर्तमान राजस्थान की भौगालिक स्थिति के नजरिये से देखें तो राजपूताना के इस भूभाग में कुल बाईस देशी रियासतें थी।  इनमें एक रियासत अजमेर मेरवाडा प्रांत को छोड़ कर शेष देशी रियासतों पर देशी राजा महाराजाओं का ही राज था। अजमेर-मेरवाडा प्रांत पर ब्रिटिश शासकों का कब्जा था। इस कारण यह तो

विश्व पर्यावरण दिवस

पूरी दुनिया में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह वह दिन है जब दुनिया में पहली बार बदलते पर्यावरण के मुद्दे पर स्टॉकहोम में चर्चा की गई थी। इस  दिन विश्व के देश जलवायु परिवर्तन तथा प्रदूषण के कारण उत्पन्न होने वाली भयानक चुनौतियों का सामना करने के लिये एक ठोस कदम उठाने को एक साथ आते हैं। इस बार विश्व पर्यावरण दिवस का वैश्विक मेज़बान भारत है। विश्व पर्यावरण दिवस का यह 45वाँ आयोजन है तथा इस बार इसकी थीम ‘बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन’ (Beat Plastic Pollution) रखी गई है। इस कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 1972 में खराब पर्यावरणीय परिस्थितियों और उसके बढ़ते दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये की गई थी। वर्तमान में यह प्रदूषण की समस्या पर चर्चा करने के लिये एक वैश्विक मंच बन गया है। हर साल पर्यावरण दिवस के लिये एक खास विषय चुना जाता है और उस पर परिचर्चाएँ, गोष्ठियाँ, मेले, प्रतियोगिताएँ, आदि का आयोजन किया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस के उद्देश्य पर्यावरणीय समस्याओं को एक मानवीय चेहरा प्रदान करना। लोगों को टिकाऊ और समतापूर्ण विकास के कर्त्ता-धर्ता बनाना और इसके