यह सत्य है कि हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही प्राप्त करते हैं । नकारात्मक सोच जहाँ हमें निराशावादिता और नाकामी की ओर ले जाती है, वहीं सकारात्मक विचार हमें सकारात्मकता और सफलता की ओर अग्रसर करते हैं। कई शोधों से भी यही बात सामने आई है कि हमारी सोच हमारी कार्यक्षमता को प्रभावित करती है। हम जैसा सोचते हैं, वैसा ही कार्य करते हैं। यदि हम दिन के 24 घंटों में से दस घंटे नकारात्मक बातें करते हैं तो धीरे-धीरे हमारी सोच भी नकारात्मक होने लगती है फिर हमें दुनिया के हर इंसान में बुराई ही नजर आने लगती है। अच्छा सोचें :- यदि हम ये ठानकर चलें कि आज दिनभर हम जो भी सोचेंगे, अच्छा ही सोचेंगे तो निश्चित ही हमारा दिन अच्छा जाएगा। यही प्रयोग हम सप्ताहभर के लिए भी कर सकते हैं, उसके बाद देखिए आपके जीवन में क्या परिवर्तन आता है। कई बार हम कुछ ऐसे लोगों की संगति में फँस जाते हैं, जो हमेशा अपने दु:खों का ही रोना लेकर बैठ जाते हैं। जीवन में उन्हें खुश रहना तो आता ही नहीं है। आपके लिए अच्छा होगा कि आप ऐसे लोगों से दूर ही रहें। अच्छे काम में मन लगाएँ :- कई बार व्यक्ति का काम इतना तनावपूर्ण रहता है कि वह क्...