Skip to main content

90 वस्तुओं को मारने वाले घातक कवक के संबंध में चेतावनी

चर्चा क्यों?
चिली में आयोजित विश्व आर्गेनाइजेशन फॉर एनिमेशनल हेल्थ एक्वेटिक कॉन्फ्रेंस (वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ एक्वाटिक कॉन्फ्रेंस) में एक अमेरिकी जीवविज्ञानी ने चेतावनी दी है कि उभयचरों को प्रभावित करने वाली एक घातक बीमारी वैश्विक महामारी के रूप: सामने आई है जो पहले ही 90 के दशक में है का सफाया कर चुका है।
प्रमुख बिंदु
Chytridiomycosis नामक यह रोग बत्राचोचाइट्रियम डेंड्रोबैटिडिस नामक एक कर्ट के कारण होता है जो मेंढकों, उभयचर मेधकों (Toads) और अन्य उभयचरों की त्वचा पर हमला करता है।
ये जीव सांस लेने के लिए त्वचा का उपयोग करते हैं और अपने शरीर के जल स्तर को नियंत्रित करते हैं, इस रोग की वज़ह से होने वाली क्षति अंतत: हृदयाघात और मृत्यु का कारण बनती है।
वैज्ञानिकों द्वारा यह पहली वैश्विक जंगली बीमारी '(पहली वैश्विक जंगली बीमारी) अभी तक sixty से अधिक देशों में फ़ैल चुकी है और एक बड़ी समस्या के रूप में सामने है।

इस अत्यधिक संक्रामक बीमारी के कारण पिछले पांच वर्षों में पहले ही लगभग 90 प्रजातियाँ गायब हो चुकी हैं और 500 से अधिक प्राणियों को प्रभावित किया गया है।)
कर्ट का उछाल से वैश्विक प्रसार का कारण पशु व्यापार नियम और हवाई अड्डे की निगरानी में कमी के साथ-साथ बिना परीक्षण के वन्यजीवों का पुनरारंभ करने की अनुमति देना है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, इस समस्या को हल करने के लिए विनियमन (विनियमन) पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। हालांकि वैश्वीकरण लोगों के लिए एक बेहतर स्थिति है लेकिन इसके
जानवरों पर बुरा प्रभाव भी दिखाई देता है।
वर्तमान में यह बीमारी एशिया के साथ व्यापार करने वाले लैटिन अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में व्यापक रूप से फैल रही है जहाँ यह कवक (कवक) की उत्पत्ति और प्रसार हुआ है।
वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि फंगस के आनुवांशिक उत्परिवर्तन (जेनेटिक म्यूटेशन) ने इसे और खतरनाक बना दिया होगा।
जलीय पर्यावरणीय गुणवत्ता को बनाए रखने में

Comments

Popular posts from this blog

करेंट अफेयर्स : टेस्ट

1 .इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: यह संयुक्त राष्ट्र संघ के बाद दूसरी सबसे बड़ी अंतर-सरकारी संस्था है। भारत OIC के पर्यवेक्षक देशों में से एक है। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? A केवल 1 B केवल 2 C 1 और 2 दोनों D न तो 1 और न ही 2   click here for answer 2 . प्रधानमंत्री जी-वन योजना के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: इसे देश में 2G इथेनॉल क्षमता निर्मित करने हेतु एक उपकरण के रूप में लॉन्च किया जा रहा है। सेंटर फॉर हाई टेक्नोलॉजी (CHT) इस योजना के लिये कार्यान्वयन एजेंसी होगी। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? A केवल 1 B केवल 2 C 1 और 2 दोनों D न तो 1 और न ही 2     click here for answer 3. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: सरकार ने 2022 तक पेट्रोल में 10% इथेनॉल सम्मिश्रण किये जाने का लक्ष्य रखा है। तीसरी पीढ़ी के जैव ईंधन शैवाल से प्राप्त होते हैं। उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? A केवल 1 B केवल...

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी चर्चा में क्यों? 23 दिसंबर, 2018 को भारत ने परमाणु क्षमता संपन्न लंबी दूरी की इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (Inter Continental Ballistic Missile) अग्नि- IV का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। प्रमुख बिंदु सतह-से-सतह पर मार करने वाली इस सामरिक मिसाइल का परीक्षण डॉ. अब्दुल कलाम द्वीप पर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (Integrated Test Range-ITR) के लॉन्च कॉम्प्लेक्स-4 से किया गया। इस द्वीप को पहले व्हीलर द्वीप (Wheeler Island) के नाम से जाना जाता था। मोबाइल लॉन्चर के ज़रिये लॉन्च किये गए इस मिसाइल के उड़ान प्रदर्शन की ट्रैकिंग और निगरानी रडार, ट्रैकिंग सिस्टम और रेंज स्टेशन से की गई। अग्नि- IV मिसाइल का यह 7वाँ परीक्षण था। इससे पहले मिसाइल का परीक्षण 2 जनवरी, 2018 को भारतीय सेना के रणनीतिक बल कमान (strategic force command -SFC) ने इसी बेस से किया था। अग्नि- I, II, III और पृथ्वी जैसी बैलिस्टिक मिसाइलें सशस्त्र बलों के शस्त्रागार में पहले से ही शामिल हैं जो भारत को प्रभावी रक्षा क्षमता प्रदान करती हैं। अग्नि-IV की विशेषताएँ स्वदेशी तौर पर विकसित व ...

विलुप्त हो रही गोरया

आईयूसीएन (IUCN) रेड लिस्ट (Red List) के अनुसार, वर्ष 1969 में ग्रेट इंडियन बस्टर्ड पक्षी की आबादी लगभग 1,260 थी और वर्तमान में देश के पाँच राज्यों में मात्र 150 सोन चिरैया हैं। हाल ही में भारतीय वन्यजीव संस्थान (Wildlife Institute of India-WII) के ताज़ा शोध में यह बात सामने आई है। सोन चिरैया बहुत कम लोग यह जानते होंगे कि एक समय सोन चिरैया भारत की राष्ट्रीय पक्षी घोषित होते-होते रह गई थी। जब भारत के ‘राष्ट्रीय पक्षी’ के नाम पर विचार किया जा रहा था, तब ‘ग्रेट इंडियन बस्टर्ड’ का नाम भी प्रस्तावित किया गया था जिसका समर्थन प्रख्यात भारतीय पक्षी विज्ञानी सलीम अली ने किया था। लेकिन ‘बस्टर्ड’ शब्द के गलत उच्चारण की आशंका के कारण ‘भारतीय मोर’ को राष्ट्रीय पक्षी चुना गया था। सोन चिरैया, जिसे ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (great Indian bustard) के नाम से भी जाना जाता है, आज विलुप्त होने की कगार पर है। शिकार, बिजली की लाइनों (power lines) आदि के कारण इसकी संख्या में निरंतर कमी होती जा रही है। परिचय ‘ग्रेट इंडियन बस्टर्ड’ भारत और पाकिस्तान की भूमि पर पाया जाने वाला एक विशाल पक्षी है। यह विश्व ...